खुदा ने पूछा क्या सज़ा दूँ उस बेवफ़ा को,
दिल ने कहा मोहब्बत हो जाए उसे भी।
अब हम सिर्फ दोस्त है.. कुछ इस तरह भी हुआ करती है अधूरी मोहब्बत की कहानियाँ !
वो फिर से लौट आये थे मेरी जिंदगी में, अपने मतलब के लिये
और हम सोचते रहे कि हमारी दुआओं में दम था
क्या जानो तुम बेवफाई की हद दोस्तों,
वो हमसे इश्क सीखती रही किसी ओर के लिए।
महफ़िल में गले मिल के वो धीरे से कह गए,
ये दुनिया की रस्म है मोहब्बत न समझ लेना।
मुझे लगा … वो तबाह हो जाएगी मुझसे बिछड़कर ,उसके चेहरे पे सुकून देखा तो गलतफहमी दूर हो गयी…
बर्बाद कर गये वो ज़िंदगी प्यार के नाम से
बेवफ़ाई मिली सिर्फ़ वफ़ा के नाम से,
ज़ख़्म हे ज़ख़्म दिए उस ने दवा के नाम से
आसमान भी रो पड़ा मेरी मोहब्बत के अंजाम से.
मुझे सिर्फ इतना बता दो इंतज़ार करू तुम्हारा या बदल जाऊ तुम्हारी तरह…