आँखों में पानी रखो, होंठो पे चिंगारी रखो,
जिंदा रहना है तो तरकीबें बहुत सारी रखो,
राह के पत्थर से बढ के, कुछ नहीं हैं मंजिलें,
रास्ते आवाज़ देते हैं, सफ़र जारी रखो..
जो मुस्कुरा रहा है उसे दर्द ने पाला होगा,
जो चल रहा है उसके पाँव में छाला होगा,
बिना संघर्ष के चमक नहीं सकता कोई इंसान,
जो जलेगा उसी दीये में तो उजाला होगा