कठिन जीवन पर शायरी | मुश्किल वक्त शायरी

हर एक इन्सान के जीवन में कठिनाइयाँ आती हैं, कभी न कभी एक ऐसा दौर आता है जब हम परेशानियों से घिर जाते हैं, ऐसे समय पर हमें हौसला बनाये रखना चाहिए। इस पोस्ट में कठिन जीवन पर शायरी और लाइन दी गयी हैं जो बताती हैं की हमें अपने बुरे दौर को जिंदगी का एक पड़ाव समझना चाहिए। जब भी परेशानी आये, मन बेचैन हो जाए, कुछ भी समझ न आये तो यह याद रखना जीवन में कुछ भी स्थाई नही है, समय आता है और चला जाता है ये बुरा वक्त भी गुजर ही जाएगा।

कठिन जीवन पर शायरी

जिंदगी में कठिनाइयां आयें तो उदास ना होना
क्यूंकि कठिन रोल अच्छे एक्टर को ही दिए जाते हैं

कठिन समय में अपनी उम्मीदें न खोना,

जल्द ही एक नई सुबह आपके जीवन को नयी चमक देगी।

यूँ तो आसान नहीं है ख्वाब टूटने पर नये ख्वाबों को सजाना,
पर इतना कठिन भी नहीं है जीवन की चुनौतियों के सामने मुस्कुराना

जिंदगी बड़ी दिलचस्प है, आखिर में आपके जीवन की कठिनाइयाँ और दर्द ही आपको मजबूत बना देती हैं.

बुरे दिन का भी एक दिन बुरा वक्त आता है, सब्र रखो!

जीवन में कठिनाइयाँ जितनी भी हो,

आपके पास जो भी है उनमे खुशियाँ ढूंढो!

कुदरत ने हमें हीरा बनाया है,

बशर्ते जो घिसेगा वही चमकेगा

मंजिल दूर हो सकती हैं नामुमकिन नहीं

वक्त बुरा हो सकता है पूरी जिन्दगी बुरी नहीं।

शाम को थक कर टूटे झोपड़े में सो जाता है
वो मजदूर,
जो शहर में ऊंची इमारतें बनाता है

जीवन में कठिनाइयाँ तो बहुत हैं, पर मेरे हौसले बुलंद हैं

कर्म भूमि पर फ़ल के लिए श्रम सबको करना पड़ता हैं,

रब सिर्फ़ लकीरें देता हैं रंग हमको भरना पड़ता हैं…

संघर्ष की रात जितनी लम्बी होगी,

सफलता का उजाला उतना ही चमकदार होगा

किताबें नही जिन्दगी जीना ठोंकरे ही सीखाती हैं

सफलता ऐसे ही नही मिलती इसे मेहनत ही दिलाती हैं..!!

मुश्किल वक्त पर शायरी

आज कमाई से ज्यादा मेहनत करता हूँ,

कल मेहनत से ज्यादा कमाई करूँगा.

वक्त रहते अपना वक्त बदल लो,

नही तो वक्त तुम्हें बदलेगा तो तकलीफ बहुत होगी

जो मुस्कुरा रहा है उसे दर्द ने पाला होगा,

जो चल रहा है उसके पाँव में छाला होगा,

बिना संघर्ष के चमक नहीं सकता कोई इंसान,

जो जलेगा उसी दीये में तो उजाला होगा

जब हौंसला टूटने लगे तो बस इतना याद रखना,

बिना मेहनत के तख़्तो ताज हासिल नहीं होते,

ढूढ़ लेते हैं जुगनू अंधेरों में भी मंज़िल को

क्यूँकि वो कभी रौशनी के मोहताज नहीं होते

कर्म भूमि पर फ़ल के लिए श्रम सबको करना पड़ता हैं,
रब सिर्फ़ लकीरें देता हैं रंग हमको भरना पड़ता हैं…

बदल लो ख़ुद को वक़्त के साथ या फिर वक़्त बदलना सीखो,

मजबूरियों को कोसों मत हर हाल में चलना सीखो

चुनौतियां आएँगी मगर तू डरना नहीं,

इन चुनौतियों के आगे कभी झुकना नही

कोशिश करते रहना कभी रुकना नहीं, 

हालत बुरे होंगे पर फिर भी उनके आगे झुकना नही। 

अगर आप सही हो
तो कुछ सही साबित करने की कोशिश ना करो
बस सही बने रहो गवाही खुद वक्त देगा

सीढ़ियाँ सिर्फ उनके लिए बनी हैं जिन्हें छत पर जाना है,
जिनकी मंज़िल आसमान हो उनको तो रास्ता ख़ुद बनाना पड़ता है

मुश्किलें ही सबको अजमाएगी,

ठान लिया तो दिल मे बस जाएगी,

गिरकर भी हम को संभलना होगा,

ये ठोकरें ही हमको चलना सिखाएंगी..!!

कुछ लोग ठोकर खाकर बिखर जाते हैं
कुछ लोग ठोकर खाकर इतिहास बनाते हैं

आगे पढ़ें:

आपको कठिन जीवन पर शायरी कैसी लगी हमें जरुर बताएं।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top