एक इन्जीनीयर को यह देख कर हैरत
हुई कि अंदर के कमरे में बैल कोल्हू
खींच रहा है और तेली बाहर
बैठा चिलम पी रहा है।
हुई कि अंदर के कमरे में बैल कोल्हू
खींच रहा है और तेली बाहर
बैठा चिलम पी रहा है।
इन्जीनीयर ने तेली से कहा, “अगर
बैल रुक जाये तो तुम्हें
पता ही नहीं चलेगा।”
तेली: पता चल जायेगा इन्जीनीयर
साहिब, उसके गले में
बंधी घंटी भी रुक जाएगी।
इन्जीनीयर ने एक मिनट सोचा और
फिर बोला, “अच्छा अगर यह एक
जगह खड़ा होकर बस अपना सिर
हिलाता रहे तो घंटी बजती रहेगी और
तुम समझोगे कि बैल चल रहा है।”
तेली ने बड़ी शांति से जवाब दिया,
“हमारे बैल ने इन्जीनीयिरग
नहीं पढ़ी है।”