खूबसूरत दोस्ती शायरी
अच्छा वक्त से ज्यादा अच्छा दोस्त
अजीज रखो क्योंकि एक अच्छा
दोस्त बुरे वक्त को भी अच्छा बना देता है।
यारा तेरी यारी को मैने तो खुदा माना,
याद करेगी दुनिया तेरा मेरा अफसाना..!!
इश्क मोहब्बत का तो इल्म नहीं
पर जीवन में एक सच्चा दोस्त
जरुर होना चाहिए
जो संकट की घड़ी में आपका साथ दे.
मिली तो जिंदगी हमे बेरंग ही थी,
रंग तो यारों की महफिलों ने भरे हैं..!!
हर दोस्ती दिल के करीब नही होती,
गमो से ज़िंदगी दूर नही होती,
ऐ मेरे दोस्त दोस्ती संजो के रखना,
हर किसी को दोस्ती नसीब नही होती.
आपकी दोस्ती की एक नजर चाहिए,
दिल है बे-घर उसे एक घर चहिए,
बस यूही साथ चलते रहो ‘ऐ दोस्त’
ये दोस्ती हमे उम्र भर चाहिए.
कहीं अंधेरा तो कहीं शाम होगी,
मेरी हर ख़ुशी तेरे नाम होगी,
कभी मांग कर तो देख हमसे ए दोस्त,
होंठो पर हसीं और हथेली पर जान होगी।
तन्हाई सी थी दुनिया की भीड़ में,
सोचा कोई अपना नहीं तकदीर में,
एक दिन जब दोस्ती की आपसे तो यूँ लगा,
कुछ ख़ास था मेरे हाथ की लकीर में.
कुछ सम्बन्ध लहू के होते है,
कुछ सम्बन्ध दौलत के होते है,
जो लोग बिना सम्बन्ध के ही सम्बन्ध निभाते है,
हकीकत में वे ही “दोस्त” कहलाते है!!
Beautiful Dosti Shayari in Hindi
मेरी चाहत नहीं कि बड़े बड़े आदमी मेरे दोस्त बने,
मेरी कोशिश है कि मेरे सारे दोस्त बड़े बड़े आदमी बने।
दिन बीत जाते है सुहानी यादें बनकर,
बाते रह जाती है कहानी बनकर,
पर दोस्त तो हमेशा दिल के करीब रहते है,
कभी मुस्कान तो कभी,
आँखों का पानी बनकर।
दुनियां रँग रूप देखती हैं ,हम जिगर देखते हैं ,
दुनिया सपने देखती है हम सच्चाई देखते है,
दुनिया जहाँ मे दोस्त देखती हैं,
हम दोस्ती में जहाँ देखते हैं।
सुदामा ने कृष्ण से पुछा,
“दोस्ती” का असली मतलब क्या है?,
कृष्ण ने हंसकर कहा जहाँ “मतलब” होता है,
वहाँ दोस्ती कहाँ होती है।
दावे मोहब्बत के मुझे नहीं आते यारो,
एक जान है जबदिल चाहे माँग लेना..।
एक चाहत होती है दोस्तों के साथ जीने की जनाब,
वरना पता तो हमें भी है की मरना अकेले ही है।
खूबसूरत दोस्ती शायरी 2 Line
हर नई चीज़ अच्छी लगाती है लेकिन,
दोस्ती जितनी पुरानी हो इतनी खूबसूरत लगाती है..!!
लकीरें तो हमारी भी बहुत ख़ास है,
इसीलिए आप जैसा दोस्त हमारे पास है.
मुस्करा के उतार देते हैं उम्रः की चद्दर
ये कमीने दोस्त कभी बूढ़ा नही होने देते
दिल वहीं लौटना चाहता है
जहां दुबारा जाना मुमकिन नहीं होता,
बचपन, मासूमियत,
पुराना घर, पुराने दोस्त….!!
महक दोस्ती की इश्क से कम नहीं होती
न जाने क्यूँ ये दुनियां इश्क से लबरेज है
खुदा अगर दोस्ती का रिश्ता न बनाता तो,
इंसान कभी यकीन ना करता किअजनबी लोग अपनो से भी प्यारे हो सकते हैं।
किसी ने खूब कहा है।
लड़ाई लड़ो, खूब लड़ो, मगर इतनी गुंजाइश तो बनाकर चलोकी कभी फिर से दोस्त बन जाएं तो शर्मिंदगी ना हो
कुछ अलग शौक है मेरे दुनियावालों से
यार कम ही रखता हूँ पर बहुत ख़ास रखता हूँ.
कितना कुछ जानता होगा, वो दोस्त मेरे बारे में!
जो मेरी मुस्कुराहट देख कर कहता है, चल बता उदास क्यूँ है!
जब कोई ना दे साथ तो हमे याद कर लेना
अकेलापन लगे तो हमें यद् कर लेना
जीवन की खुशियाँ बाटने हजार मित्र रखना
पर गम बाटने हमें जरुर याद करना
मुस्कान का कोई मोल नही होता
कुछ रिश्तों का मोल नही होता
दुनिया में लोग हर जगह मिल जाते है
मगर कोई मेरे दोस्त सा अनमोल ना होता
हम तो पतझड़ में भी बहार ले आएंगे
हम गहरी उदासी में भी प्यार ले आएंगे
दोस्तों आप एक बार दिल से आवाज़ तो दो
हम तो आपके लिए मौत से भी साँसे उधार ले आएंगे
ना मिले हम कभी
ना मिलने की उम्मीद है कहीं
फिर भी ना जाने कब और कहाँ से
शुरू हुई है ये दोस्ती हमारी
खूबसूरत दोस्ती शायरी
“आज हम हैं कल हमारी यादें होंगी,
जब हम ना होंगे तब हमारी बातें होंगी,
कभी पलटोगे जिंदगी के ये पन्ने,
तब शायद आपकी आंखों से भी बरसातें होंगी.”
“कोई दौलत पर नाज़ करते हैं,
कोई शोहरत पर नाज़ करते हैं,
जिसके साथ आप जैसा दोस्त हो,
वो अपनी किस्मत पर नाज़ करते हैं.”
ज़िन्दगी में कोई दोस्त बनाना तो बहुत आम बात है
पर सारी उम्र उस दोस्ती को निभाना बहुत खास.
“बरसात आये तो ज़मीन गीली न हो,
धूप आये तो सरसों पीली न हो,
ए दोस्त तूने यह कैसे सोच लिया कि,
तेरी याद आये और पलकें गीली न हों।”
उम्र और ज़िन्दगी में बस इतना फर्क है:
जो दोस्तों के बिना बीती वो उम्र,
जो दोस्तों के साथ बीती वो ज़िन्दगी
ज़िन्दगी के कुछ उलझे सवालो से डर लगता है
ज़िन्दगी में दिल की तन्हाइयो से डर लगता है
ज़िन्दगी में एक सच्चा दोस्त तो मिल पाना मुश्किल होता है
पर एक सच्चे दोस्त को खोने से डर लगता है
वक़्त की यारी तो हर कोई करता है मेरे दोस्त,
मजा तो तब आये जब वक़्त बदल जाये और यार ना बदले..!!
रिश्तों के नाम भी अजीब हैं,
वो सिर्फ दोस्त है पर दिल के बहुत करीब है..!!
कौन कहता है कि मुझ में कोई कमाल रखा है,
मुझे तो बस कुछ दोस्तों ने संभाल रक्खा है..!!
सारी शिकायतों का हिसाब जोड़ कर रखा था मैंने;
दोस्त ने गले लगाकर सारा गणित ही बिगाड़ दिया!!