पूछते थे ना कितना प्यार है तुम्हे हमसे लो अब गिन लो बारिश की ये बूँदें

कहाँ पूरी होती है दिल की सारी ख्वाइशें- कि बारिश भी हो , यार भी हो … और पास भी

पहली बारिश का नशा ही, कुछ अलग होता है,  पलको को छूते ही, सीधा दिल पे असर होता है।

काश कोई इस तरह भी वाक़िफ़ हो मेरी ज़िन्दगी से के मैं बारिश मे भी रोऊ और वो मेरे आंसू पढ़ ले

मजबूरियाँ ओढ़ के निकलता हूँ घर से आजकल  वरना शौक तो आज भी है  बारिशो में भीगने का

बारिश में चलने से  एक बात याद आती है  फिसलने के डर से वो मेरा हाथ थाम लेता था

खुद भी रोता है मुझे भी रुला देता है ये बारिश का मौसम उसकी याद दिला देता है

आज आई बारिश तो याद आया वो जमाना,  वो तेरा छत पे रहना और मेरा सडको पे मंडराना

मेरे दिल की जमीन बरसों से बंजर पडी है. मै तो आज भी बारिश का इन्तेजार कर रहा हूँ.

जब भी होगी पहली बारिश, तुमको सामने पायेंगे, वो बूंदों से भरा चेहरा तुम्हारा हम देख तो पायेंगे।

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