हौसले बुलंद कर रास्तों पर चल दे, तुझे तेरा मुक़ाम मिल जायेगा। बढ़ कर अकेला तू पहल कर, देख कर तुझको काफिला खुद बन जायेगा।

जुनून, हौसला और पागलपन आज भी वही है मैंने जीने का तरीका बदला है तेवर नहीं

मुश्किलें बहुत हैं रास्ते पर मैं जानता हूँ, पर हौसलें मेरे बुलंद हैं यह भी मानता हूँ.

तकलीफ, न ही संघर्ष तो ख़ाक मज़ा है जीने में, थम जाते हैं बड़े बड़े तूफ़ान, जब आग लगी हो सीने में।

आसानी से मिलते नहीं तमन्नाओं के शहर, मंज़िल को पाने के लिए हौसला भी जरूरी है

ख्व़ाब टूटे हैं मगर हौसले जिन्दा हैं, हम वो है जहाँ मुश्किलें शर्मिंदा हैं

राहें खुश्क हों कितनीं भी कदम मेरा हर चुस्त होगा, नज़र कमज़ोर बेशक हो नज़रिया मेरा दुरुस्त होगा।

एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद , दूसरा सपना देखने के हौसले को ज़िन्दगी कहते हैं।

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वाकिफ़ कहाँ जमाना हमारी उड़ान से, वो और थे जो हार गये आसमान से

सीखा है मैंने दिये से खुद को बचाए रखना, आंधी और अँधेरों में भी होंसला बनाए रखना।