70+ अकेलापन शायरी | Alone Shayari in Hindi

आज हम लेकर आये हैं अकेलापन शायरी, अकेली जिंदगी शायरी, Alone shayari in Hindi. ये अकेलापन दर्द भरी शायरी उन लोगों के लिए है जो अकेले हैं और अकेलापन महसूस करते हैं। इन शायरियों के माध्यम से आप अपनी भावनाओं को जाहिर कर सकते हैं। आप इसे Whatsapp status के रूप में भी उपयोग कर सकते और अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं।

अकेलापन शायरी

अकेलेपन से कोई बैर नही है मुझे,
बस डरता हूँ की कोई याद ना आ जाये मुझे।

कौन कहता हैं हम अकेले हैं,

मेरे साथ तो तनहाई हैं।

इस अकेलेपन ने एक बात तो सीखा दी हैं,

दिखावे की नज़दीकीयां से तो हकीक़त की दूरिया अच्छी हैं।

बारिश के बाद तार पर टंगी आखरी बूँद से पूछना, क्या होता है अकेलापन 

यूँ ही बेवजह न मुझे वो खोजता होगा,
शायद उसे भी ये अकेलापन नोचता होगा।

जिंदगी अकेले रह कर जीना हैं,

मतलब हर पल तुझे मरना हैं।

मेरी तन्हाई को मेरा शौक न समझना
बहुत प्यार से दिया है ये तोहफा किसी ने

जनाब कैसे मुकम्मल हो उस इश्क़ की दास्तां,
जिसकी फितरत में ही अकेलापन होता है।

मुझे मेरा अकेलापन ही कुछ ज्यादा भाता है,
इन खोखले बनावटी रिश्तों के बीच दिल घबराता है।

कितनी अजीब है इस शहर की तन्हाई भी,
हजारों लोग हैं मगर कोई उस जैसा नहीं है।

उफ़, अकेलापन ये कितना बढ़ गया है

सबके मोबाइल में केवल सेल्फ़ियाँ हैं।

गुजर जाती है जिंदगी, यूँ ही गुजर रहे हैं पल,

कोई हमसफ़र मिले ना मिले, तू अकेला ही चल।

महोब्बत की दुनिया में एक किस्सा मशहूर है,

जो दिल के करीब है वो नजरो से दूर है.

सुबह से रात और रात से यु ही सुबह हो जाती है,
ये अकेलापन खत्म होने का नाम ही नहीं लेता है।

चुभते हुए ख्वाबों से कह दो अब आया ना करे, 
हम तन्हा तसल्ली से रहते है बेकार उलझाया ना करे।

अकेलापन शायरी 2 Line

अकेलापन शायरी 2 Line

जो कभी मेरी जिंदगी का हिस्सा हुआ करते थे,

आज उन्हें मेरे अकेलेपन का अहसास तक नहीं है।

अकेलापन अब हमे सताता है,
दिन मे सपने ओर रातो को जागता है।

अब सहारे की तो बात मत कर ऐ जालिम जिंदगी,
मेरा अकेलापन ही काफी है मेरा सहारा देने के लिए।

कल भी हम तेरे थे, आज भी हम तेरे है,
बस फर्क इतना है,
पहले अपनापन था, अब अकेलापन है।

कौन कहता है जनाब ये अकेलापन खलता है,
जब जिंदगी की समझ हो जाए तो खुद का साथ भी भाता है।

कुछ कर गुजरने की चाह में कहाँ-कहाँ से गुजरे,
अकेले ही नजर आये हम जहाँ-जहाँ से गुजरे।

सुन क्यूं तू मुझे हर मोड़ पर मिल जाती है,
थोड़ी दूर साथ चल कर फिर तू अकेला छोड़ जाती है।

खुद में काबलियत हो तो भरोसा कीजिये साहिब

सहारे कितने भी अच्छे हो साथ छोड़ ही जाते है

किसी की आरजू के सहारे नही जी रहे है

हम अकेले है और अकेले ही जिन्दगी गुजार रहे है।

कभी कभी चुप रहना ही ठीक होता है

क्योंकि कई बार शब्द भी आपके अकेलेपन को बयां नहीं कर पाते।

मैं वो हूँ जिसे हर किसी ने समय आने पर अकेला छोड़ा है।

तन्हाई में चलते चलतेअब पैर लडखडा रहे हैं,

कभी साथ चलता था कोई,अब अकेले चलें जा रहे हैं।

Alone Shayari in Hindi

एक उम्र है जो तेरे बगैर गुजारनी है,
और एक लम्हा भी तेरे बगैर गुजरता नहीं।

एक उम्र है जो तेरे बगैर गुजारनी है,
और एक लम्हा भी तेरे बगैर गुजरता नहीं।

जिंदगी की राहों पर कभी यूँ भी होता है,
जब इंसान खुद को पढ़ता है अकेले में।

कभी सोचा नहीं था वो भी मुझे तनहा कर जाएगी

जो परेशान देख कर अक्सर कहती थी मैं हूँ ना

अजीब सा है मेरा अकेलापन, अब ना किसी के आने की खुशी है

और ना किसी के जाने का डर। 

आज परछाई से पूछ ही लिया मैंने, क्यों चलते हो साथ मेरे,

साफ़ कह दिया उसने हंसके, और कोई है साथ तेरे! 

शौक नही था हमें भी अकेलेपन का ये भी सच्ची मुहब्बत की सजा थी

पता नही क्यों लेकिन ये टुटा दिल आज भी कहता है की कोई न कोई बड़ी वजह थी।

अकेले रोना भी क्या खूब कारीगरी है,
सवाल भी खुद के होते है और जवाब भी खुद के। 

मेरी जंग थी वक्त के साथ, फिर वक्त ने ऐसी चाल चली, मैं अकेला होता गया। 

जिसको जिन्दगी में हमेशा धोखा और बेवफाई ही मिली हो,

उसका तो अकेलेपन ही पक्का साथी होता है.

अकेलापन दर्द शायरी

अकेलापन दर्द शायरी

अकेले कैसे रहा जाता है, कुछ लोग यही सिखाने…

हमारी ज़िन्दगी में आते है

घिरा हुआ हूं लोगो से,फिर भी अकेला हूँ मैं।

खुशियां ना जाने जिंदगी से कहां खो गई, 

तनहाई में रहने की अब हमें आदत सी हो गई है। 

बनावटी रिश्तों से तो बेहतर ही है… अकेलापन।

मुझे अकेले रहना पसंद है,

मैं हमेशा अपने लिए मौजूद रहता हूँ।

मैं हूँ दिल है तन्हाई है
तुम भी होते अच्छा होता

किसी के साथ रहकर दुखी होने से बेहतर है, अकेलापन।

अकेले मर जाना ए दोस्त
पर किसी पे भरोसा मत करना

मैं लोगों से नफरत नहीं करता,

बस अकेलापन अच्छा लगता है।

तन्हाइयों से मेरी पहचान लगती है
मुझे महफिलें भी वीरान लगती है

कभी कभी आपके आस पास लोग होते हैं,

फिर भी अकेलापन लगता है।

महफ़िल से दूर मैं अकेला हो गया
सूना सूना मेरे लिए हर मेला हो गया

मैं कभी अकेला महसूस नहीं करता क्योंकि मेरा अकेलापन हमेशा मेरे साथ है।

कभी कभी चेहरे की मुस्कान के पीछे अकेलेपन का दर्द छुपा होता है।

किस से कहु अपनी तन्हाई का आलम
लोग चेहरे के हसी देख बहुत खुश समझते हैं

एक दौर था जब मेरे भी अपने हुआ करते थे,

फिर इश्क हुआ और हम भीड़ में भी तन्हा हो गये

जिंदगी में अकेलापन शायरी

जिंदगी में अकेलापन शायरी

अकेलापन वो है जब आपके पास

ये बताने को कोई न हो कि आप अकेले हो।

अकेलेपन से कोई मर नहीं जाता,

लेकिन जीने का अंदाज़ जरूर बदल जाता है।

अब तो याद भी उसकी आती नही
कितनी तनहा हो गई तन्हाईयाँ

तुम क्या जानो हम अपने आपमें कितने अकेले है,

पूछो इन रातो से जो रोज़ कहती है के खुदा के लिए आज तो सो जाओ। 

मैं किसी का दिल तोड़ नहीं सकता

शायद इसलिए मैं अकेला हूँ ..

क्या करेंगे महफिलों में हमे बता,

मेरा दिल रहता है काफिलों में अकेला। 

नफ़रतों के शहर में अकेला सा हूँ मैं,

मुझे अच्छे लोगों कि नहीं, अच्छे वक़्त कि तलाश है। 

मैं लोगों से नफरत नहीं करता,

बस अकेलापन अच्छा लगता है।

जो लोग सिर्फ सच्चा प्यार करना जानते हैं, 

उन्हें बस अकेलेपन का साथ मिलता है। 

अजीब मेरा अकेलापन है,

तेरी चाहत भी नहीं और तेरी जरूरत भी है

किसी ने दिल जीत लिया, किसी ने दिल हारा था,

जो अकेला रह गया, बस वो दिल हमारा था। 

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