111+ दर्द भरी शायरी | Dard Bhari Shayari 2 Line in Hindi

आज हम आपके लिए लाये हैं दर्द भरी शायरी दो लाइन में, प्यार-मोहब्बत और जिंदगी से जुडी कुछ दिल छू लेने वाली दर्द शायरी। हमें उम्मीद है आपको ये दर्द भरी शायरी हिंदी में, Dard Bhari Shayari 2 Line in Hindi जरुर पसंद आएगी। निचे हमने शायरी के साथ dard shayari images भी दिए हैं जिन्हें आप Whastapp status लगा सकते हैं या अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं।

दर्द भरी शायरी

दर्द भरी शायरी

आँसू भी आते हैं और दर्द भी छुपाना पड़ता है
ये जिंदगी है साहब यहां जबरदस्ती मुस्कुराना पड़ता है।

ना मेरा दिल बुरा था, ना उसमे कोई बुराई थी।
बस नसीब का खेल है, क्योंकि किस्मत में जुदाई थी।

जिंदगी तू भी कच्ची पेंसिल की तरह है,

हर रोज थोड़ी कम होती जा रही है।

कुछ राज़ तो क़ैद रहने दो मेरी आँखों में,
हर किस्से तो शायर भी नहीं सुनाता है।

दर्द भरी शायरी

तुम भी कर के देख लो मोहब्बत किसी से,
जान जाओगे कि हम मुस्कुराना क्यों भूल गए।

तेरे वादें तू ही जाने, मेरा तो आज भी वही कहना है।

जिस दिन सांस टूटेगी, उस दिन आस छुटेगी।

नसीहत अच्छी देती है दुनिया,
अगर दर्द किसी ग़ैर का हो।

चाह थी हर खुशी नसीब हो, हर मंज़िल दिल के करीब हो;
वहां ख़ुदा भी क्या करे, जहाँ इंसान ही बदनसीब हो.

दर्द मोहब्बत का ऐ दोस्त बहुत खूब होगा,
न चुभेगा न दिखेगा बस महसूस होगा।

जा और कोई दुनिया तलाश कर ऐ इश्क़

हम तो अब तेरे क़ाबिल नहीं रहे.

खुद ही रोए और खुद ही चुप हो गए,
ये सोचकर की कोई अपना होता तो रोने ना देता!!

जिस शहर में दिन रात बरसती रहें आँखें 
उस शहर को बारिश की ज़रुरत नहीं होती

ख्वाहिशो का गला घोटा,

तब जाके हलक से साँसे उतरी।

दुआ करना दम भी उसी दिन निकले,
जिस दिन तेरे दिल से हम निकले

अच्छी थी कहानी मगर अधूरी रह गई,
इतनी मोहब्बत के बाद भी दूरी रह गई…

मेरी कोशिश कभी कामयाब ना हो सकी,
ना तुझे पाने की, ना तुझे भुलाने की।

Dard Bhari Shayari 2 Line in Hindi

Dard Bhari Shayari 2 Line in Hindi

अब बेचैन नहीं रहता मैं किसी के बिना,

क्यूंकि सच यही है कि कोई नहीं है मेरा मेरे सिवा।

ना किया कर अपने दर्द को शायरी में बयान ऐ दिल,
कुछ लोग टूट जाते हैं इसे अपनी दास्तान समझकर।

मुझे क़बूल है हर दर्द, हर तकलीफ़ तेरी चाहत में,
सिर्फ़ इतना बता दे, क्या तुझे मेरी मोहब्बत क़बूल है?

मुझे बहुत प्यारी है तुम्हारी दी हुई हर एक निशानी,
अब चाहे वो दिल का दर्द हो या आँखों का पानी

माफ़ करना मुझे तुम्हारा प्यार नही चाहिये,
मुझे मेरा हँसता खेलता दिल बापस कर दो। 

ये वफ़ा की सख़्त राहें ये तुम्हारे पाँव नाज़ुक,
न लो इंतकाम मुझसे मेरे साथ-साथ चल के।

Dard Bhari Shayari 2 Line in Hindi

एक वो था बदल गया,
एक में था बिखर गया,
एक वक़्त था गुज़र गया।

लौट आती है हर बार दुआ मेरी खाली,
जाने कितनी ऊँचाई पर खुदा रहता है।

बड़ी अजीब होती हैं ये यादें
कभी हंसा देती हैं, कभी रुला देती हैं।

इस तरह से लोग रूठ गए मुझसे,
जैसे मुझसा बुरा दुनिया में कोई और नही।

जो कभी न भर पाएं ऐसा भी एक घाव है,

जी हाँ…उसका नाम लगाव है!!

जरा सी गलतफहमी पर न छोड़ो किसी अपने का दामन
क्योंकि जिंदगी बीत जाती है किसी को अपना बनाने में

लुटा दी हमने अपना सब हासिल-ज़िन्दगी
सिकंदर से फ़क़ीर हुए एक यार की खातिर

ना शिकवा है गैरों से, मगर
उम्मीद अब अपनो से भी नही रही।

नादान है दिल मेरा कैसे समझाऊं की

तु जिसे खोना नहीं चाहता. वो तेरा होना नहीं चाहता

Dard Bhari Shayari in Hindi

Dard Bhari Shayari 2 Line in Hindi

अच्छे होते हैं वो लोग जो आकर चले जाते हैं,
थोड़ा ठहर कर जाने वाले बहुत रुलाते हैं।

न सीरत नज़र आती है, न सूरत नज़र आती है,
यहाँ हर इंसान को बस, अपनी ज़रूरत नज़र आती है।

अगर खुदा ने पूछा तो कह देंगे, हुई थी मोहब्बत,

मगर जिससे हुई हम उसके काबिल न थे

कभी सोचा न था इतनी जल्दी खत्म कर दोगे रिश्ता हमसे,
मिले तो यूं थे जैसे सदियों साथ निभाओगे।

यक़ीन कीजिये साहब 
यक़ीन ने ही मारा है

टूटे हुए काँच की तरह चकनाचूर हो गए,
किसी को लग ना जाये इसलिए सबसे दूर हो गए।

खामोशिया कर देती बयान तो अलग बात है,
खुछ दर्द है जो लफ्ज़ो में उतारे नहीं जाते।

हमारा हाल बस उनके एक सवाल से ठीक हो जाएगा,

बस वो पूछ ले “कैसे हो आप?

Dard Bhari Shayari in Hindi

बड़े ही खुशनुमा वहम में थे,
कि हम उनकी जिंदगी में अहम थे

जो जाहिर करना पड़े वो दर्द कैसा

और जो दर्द ना समझ सके वो हमदर्द कैसा…

जब-जब इन रिश्तो की तलब लगती है,

ये ज़हर का घूँट पिला देते है।

कितनी झूठी होती है मोहब्बत की कसम ,
देखो तुम भी ज़िंदा हो मैं भी ज़िंदा हूँ।

एहसान वो किसी का रखते नहीं मेरा भी चुका दिया,

जितना खाया था नमक मेरा, मेरे जख्मों पर लगा दिया…

Dard Bhari Shayari 2 Line

Dard Bhari Shayari 2 Line

ना आंसूओं से छलकते हैं ना काग़ज़ पर उतरते हैं,
दर्द कुछ होते हैं ऐसे जो बस भीतर ही भीतर पलते हैं…

खुशी मिली तो हंस न सके गम मिला तो रो न सके

ज़िन्दगी का यही दस्तूर है जिसे चाहा उसे पा न सके

और जिसे पाया उसे चाह न सके

मोहब्बत ख़ूबसूरत होगी किसी और दुनिया में,

इधर तो हम पर जो गुज़री है हम ही जानते हैं।

पास जब तक वो रहे दर्द थमा रहता है,

फैलता जाता है फिर आँख के काजल की तरह।

मोहब्बत का दर्द दिल में छुपाया बहुत है,
सच कहुँ उसकी मोहब्बत ने रुलाया बहुत है।

कहना और पूछना तो बहुत है तुमसे ए ज़िंदगी,

बस बयां करने का तरीका और अलफ़ाज़ ढूंढ रहा हूँ I

बहुत आसान है दर्द को छुपाना,
पर नहीं आसान किसी अपने को भुलाना।

सोचता हूं की दूर चला जाऊं उसके शहर से,
पर क्या करूं उसकी यादें पीछा नही छोड़ती।

सोचता रहा ये रातभर करवट बदल बदल कर,

जानें वो क्यों बदल गया, मुझको इतना बदल कर..!! 

अब न खोलो मेरे घर के उदास दरवाज़े,
हवा का शोर मेरी उलझनें बढ़ा देता है।

मीठे लोगों से मिला करो 
आप जान जाओगे कड़वे लोग सच्चे होते हैं

झुकना वहा चाहिए जहा आपकी ज़रूरत हो,

ना की वहा जहा आपकी औकात दिखाई जाए।

क्यों शर्मिंदा करते हो रोज़ हाल पूंछ कर,
हाल वही है जो तुमने मेरा बना रखा है।

ज़िन्दगी तुहि बता कैसे तूझे प्यार करूं
तेरी हर एक सुबह मुझे अपनों से दूरी का एहसास देती है

कुछ घाव दिखाई ना देते हुए भी

दिन-ब-दिन और गहरे हो जाते है।

दिल छोड़ कर और कुछ माँगा करो हमसे,
हम टूटी हुई चीज़ का तोहफा नही देते है।

दर्द भरी शायरी 2 लाइन

दर्द भरी शायरी 2 लाइन

अधूरे चांद से फरियाद तो करता होगा,
वो मुझे ज्यादा नही पर याद तो करता होगा..!!

खुद पर बस इतनी मेहरबानी करना,

चाहे सब हार जाओ मगर कभी हिम्मत मत हारना।

आईना आज फिर से रिशवत लेते पकड़ा गया,
दिल में दर्द था और चेहरा हंसता हुआ पकड़ा गया।

तेरी यादों को पसन्द आ गई मेरे आँखों की नमी,
अब हँसता हूँ तो रुला देती है तेरी कमी।

ज़िंदगी बेहतर बनाने में ज़िंदगी को ही वक्त नहीं दे रहे है।

कल की परेशानी के चलते आज को जी नहीं पा रहे है I

आज एक ख़्वाब ने मुझसे पूछा..
“पूरा करोगे या टूट जाऊँ”

ज़िन्दगी पे इलज़ाम बहुत लगे हुए है,

चलो मुस्कुराले ताकि बेदाग हो सके।

हम जरा ख़फा क्या हो गए,
आप तो बेवफा हो गए।

वक़्त के एक तमाचे की देर है साहेब
मेरी फकीरी भी क्या तेरी अमीरी भी क्या

जरा सा भी नही पिघलता दिल तेरा,

इतना क़ीमती पत्थर कहाँ से ख़रीदा है?

वो जिसकी याद में खर्च कर दी ज़िन्दगी हमने
वो ही शख्स आज हमें गरीब कहकर चला गया

माना की हम गलत थे जो तुझसे चाहत कर बैठे. 
पर रोयेगा कभी तू भी ऐसी वफ़ा की तलाश में.

तुझसे अच्छे तो जख्म हैं मेरे ।
उतनी ही तकलीफ देते हैं जितनी बर्दास्त कर सकूँ

शायद अब लौट ना पाऊं कभी खुशियों के बाजार में,
गम ने ऊंची बोली लगाकर खरीद लिया है मुझे…

तजुर्बे ने एक ही बात सिखाई है

नया दर्द ही, पुराने दर्द की दवाई है!

अब और इस ज़िंदगी में कुछ ना चाहना है,

तमन्ना ये है बस कि उस रब को पाना है।

तुमसे वो आखिरी मुलाकात रह गई,
दिल में दबी वो बात रह गई।

हिम्मत इतनी थी समुन्दर भी पार कर सकते थे,
मजबूर इतने हुए कि दो बूंद आँसूओं ने डुबो दिया।

तेरी मोहब्बत भी बादलों की तरह निकली,

छाई मुझ पर और बरस किसी और पर गयी

Dard Bhari Shayari Status

Dard Bhari Shayari Status

कभी मुझ को साथ लेकर, कभी मेरे साथ चल कर,
वो बदल गया अचानक, मेरी ज़िन्दगी बदल कर

अनपढ़ सा मैं, दो लफ्ज़ लिखने लगा हूं,

मोहब्बत से मैं घायल बहुत हुआ हूं।

ये ज़िन्दगी आजकल मुझसे नाराज़ रहती है

लाख दवाइयाँ खाऊं तबियत खराब ही रहती हैं….

जब-जब ‘मुझे’ लगा मैं तेरे लिये खास हूं,
तेरी बेरूख़ी ने ये समझा दिया, मैं झूठी “आस” में हूं…

जबसे तन्हाई ने हाथ थामा है,
एक अरसा सा हो गया मुस्कराए हुए।

लफ़्ज़ों से कहाँ लिखी जाती है ये बेचैनियां मोहब्बत की,
मैंने तो हर बार तुम्हे दिल की गहराईयो से पुकारा है।

वो तेरे खत तेरी तस्वीर और सूखे फूल,
उदास करती हैं मुझ को निशानियाँ तेरी।

हमेशा याद रहेगा ये दौर हमको,,
क्या खूब तरसे जिंदगी में एक शख्स के लिए.!!

इस छोटे से दिल में, किस-किस को जगह दूं मैं,
गम रहे…दम रहे…फरियाद रहे…या तेरी याद..!!

मेरी फितरत में नहीं अपना गम बयां करना

अगर तेरे वजूद का हिस्सा हूँ तो महसूस कर तकलीफ मेरी…

कहने को तो बहुत कुछ बाकी है,
मगर तेरे लिए मेरी खामोशी ही काफी है..

मुझसे खुशनसीब हैं मेरे लिखे ये लफ्ज,

जिनको कुछ देर तक पढ़ेगी निगाहे तेरी

ना जाने किस बात पे वो नाराज हैं हमसे,

ख्वाबों मे भी मिलता हूँ तो बात नही करती

दर्द भरी शायरी इन हिंदी

दर्द भरी शायरी इन हिंदी

लोगो से सुना है मोहब्बत आँखों से शुरू होती है
वो लोग भी दिल तोड़ जाते है जो पल्खें तक नहीं उठाते

शिकवा करूं भी तो करूं किस से,
दर्द भी मेरा, और दर्द देने वाला भी मेरा।

बेहद हदें पार की थी हमने कभी किसी के लिए,

आज उसी ने सिखा दिया हद में रहना!

वह मेरा सब कुछ है पर मुक़द्दर नहीं,
काश वो मेरा कुछ न होता पर मुक़द्दर होता।

जख्म तो आज भी ताज़ा हैं पर वो निशान चला गया
मोहब्बत तो आज भी बेपनाह है पर वो इंसान चला गया

एक उम्र बीत चली हैं, तुझे चाहते हुए,
तू आज भी बेखबर हैं, कल की तरह

बहुत हसरत रही है की तेरे साथ चलें हम..
बस तेरी और से ही कभी इशारा ना हुआ…

गुजरती है जो दिल पर वो जुबान पर लाकर क्या होगा..

न करना भरोसा इस दुनिया में किसी पर,
मुझे तबाह करने वाला मेरा बड़ा अजीज़ था।

बड़े अजीब से इस दुनिया के मेले हैं,

यूँ तो दिखती भीड़ है, पर फिर भी सब अकेले हैं…!

सुकून ऐ दिल के लिए कभी हाल तो पूँछ ही लिया करो,

मालूम तो हमें भी है कि हम आपके कुछ नहीं लगते

इतने बुरे ना थे जो ठुकरा दिया तुमने हमेँ

तेरे अपने फैसले पर एक दिन तुझे भी अफसोस होगा

कुछ अजीब सा चल रहा है, ये वक्त का सफर…
एक गहरी सी खामोशी है खुद के ही अंदर

इश्क़ के सपनो का, वो हर मीठा लम्हा गुजर गया,
तेरा प्यार “झूठा” था, वादे करके “मुकर” गया…

मन्नते और मिन्नते कुछ काम नही आता,
चले ही जाते हैं वो जिन्हे जाना होता है।

लाख चाहूं कि तुझे याद ना करूं मगर,
इरादा अपनी जगह, बेबसी अपनी जगह..!!

कौन सीखता है सिर्फ बातों से,

सबको एक हादसा ज़रूरी है

कहीं जीत तो कहीं हार के निशान हैं,
कौन जाने, हम कितने दिन के मेहमान हैं।

दिल मेरा तोड़ा ऐसे वीरान भी न रहने दिया,
खुद खुदा हो गया मुझे इन्सान भी न रहने दिया।

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