गुलज़ार साहब ने बहुत ही बेहतरीन शायरियां लिखीं हैं जिनमे से कुछ शायरियां बहुत ही सरल होते हैं तो कुछ बहुत ही गहरे। आज हम आपके लिए ऐसे ही दो लाइन गुलज़ार शायरी लेकर आये हैं जो की बहुत ही बेहतरीन हैं और आपको जरुर पसंद आयेंगे। इसे आप अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें।
इस पोस्ट में आपको गुलज़ार की दो लाइन शायरी, गुलज़ार बेस्ट शायरी, Gulzar Sad Sayari in Hindi, गुलज़ार दिल से शायरी पढने को मिलेंगे जो आपको बेहद पसंद आयेंगे।
गुलज़ार शायरी दो लाइन – Gulzar Quotes in Hindi
बहुत अंदर तक जला देती है,
वो शिकायतें जो बयाँ नही होती
तु़मसे मिला़ था़ प्यार ,कु़छ अ़च्छे नसीब थे़ ,
ह़़म उ़न दि़नों अमीर थे़ , ज़ब तुम क़रीब थे।
जब भी ये दिल उदास होता है
जाने कौन आस-पास होता है
आँख में कुछ़ चुभ़ता है़ शाय़द,
सप़ना सा़ कोई़ सुलग़ता है।
दिल मे कु़छ ज़लता है़ शाय़द,
धुआ धुआ़ सा़ ल़गता़ है।
गुलज़ार बेस्ट शायरी
आदतन तुम ने कर दिए वादे
आदतन हम ने एतिबार किया
वो चीज़ जिसे दिल कहते हैं,
हम भूल गए हैं रख के कहीं
बहुत मुश्किल से करता हूँ, तेरी यादों का कारोबार,
मुनाफा कम है, पर गुज़ारा हो ही जाता है
– Gulzar Sahab
बेहिसाब हसरते ना पालिये
जो मिला हैं उसे सम्भालिये
क़ब आ़ ऱहे हो़ मुलाकात के़ लिए़,
मैने़ चाँद रोका़ है़ एक़ रात के़ लिए़.
सुनो… ज़रा रास्ता तो बताना.
मोहब्बत के सफ़र से, वापसी है मेरी..
बिगड़ैल हैं ये यादे देर रात को टहलने निकलती हैं
कु़छ रिश्तो मे़ मु़नाफा़ ऩहीं हो़ता
प़र जिंदगी को़ अमीर ब़ना दे़ते है़
कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़
किसी की आँख में हम को भी इंतिज़ार दिखे
Gulzar Shayari in Hindi 2 Lines
बचपन में भरी दुपहरी में नाप आते थे पूरा मोहल्ला
जब से डिग्रियां समझ में आयी पांव जलने लगे हैं
– गुलज़ार साहब
च़ख क़र देखी़ है़ क़भी तन्हाई तुम़ने ?
मैने देखी़ है़ ब़ड़ी ईमानदार सी़ लग़ती है।
तुझे पहचानूंगा कैसे? तुझे देखा ही नहीं
ढूँढा करता हूं तुम्हें अपने चेहरे में ही कहीं
गुलज़ार की शायरी हिन्दी
जिंदगी स़स्ती है़ सा़ह़ब
जी़ने के़ त़रीके म़हंगे है
कुछ जख्मो की उम्र नहीं होती हैं ताउम्र साथ चलते हैं,
जिस्मो के ख़ाक होने तक
ज्यादा कुछ नहीं बदलता उम्र के साथ
बस बचपन की जिद्द समझौतों में बदल जाती हैं
गुलज़ार की दर्द भरी शायरी – Gulzar Sad Sayari in Hindi
हम तो समझे थे कि हम भूल गए हैं उनको
क्या हुआ आज ये किस बात पे रोना आया
क्या़ प़ता क़ब क़हां मा़रेगी
ब़स कि़ मै़ जिंदगी से़ ड़रता हू
मौत का़ क्या है़ ए़क़ बाऱ मारेगी
आज हर ख़ामोशी को मिटा देने का मन है
जो भी छिपा रखा है मन में लूटा देने का मन है..
अ़भी शाम़ नही हो़ती
ब़स दिऩ ढ़लता है
शाय़द वक्त सिमट़ ऱहा है
गुलज़ार शायरी स्टेटस
कु़छ अल़ग क़रना हो़ तो भीड़ से़ ह़ट के़ च़लिए,
भी़ड़ साहस तो दे़ती है म़गर प़हचाऩ छिऩ लेती है।
जाय़का अ़लग सा़ है़ मे़रे लफ़्ज़ों का
के़ कोई़ सम़झ ऩही पा़ता, को़ई भूला़ नहीं पा़ता।
थो़ड़ा सा़ ऱफू क़रके देखि़ये न
फिऱ से नै सी़ लगे़गी, ज़िन्दगी ही़ तो़ है.
खामोशी ही़ भ़ली अ़ब
ह़र बात़ प़र जंग हो़ य़ह जरू़री तो़ नहीं
गुलज़ार दर्द शायरी
शाम से आँख में नमी सी है
आज फिर आप की कमी सी है
इ़तना क्यों सिखा़ये जा़ ऱही है़ ज़िन्दगी,
हम़ने कौऩसी य़हाँ स़दियाँ गुज़ाऱनी है।
Two Line Gulzar Shayari in Hindi
उसने कागज की कई कश्तिया पानी में उतारी और
ये कह के बहा दी कि समन्दर में मिलेंगे
छोटा सा साया था, आँखों में आया था
हमने दो बूंदों से मन भर लिया
जिंदगी छो़टी ऩहीं हो़ती है
लोग़ जीना़ ही दे़री से शुरू़ क़ऱते है.
गुलज़ार की दो लाइन शायरी
एक बार तो यूँ होगा, थोड़ा सा सुकून होगा
ना दिल में कसक होगी, ना सर में जूनून होगा
कौन कहता है की हम झूठ नहीं बोलते
एक बार तुम खेरियत पूछ कर तो देखो
जरा ये़ धुप ढ़ल जा़ए ,तो़ हाल़ पू़छेंगे ,
य़हाँ कु़छ सा़ये , खुद़ को खुदा ब़ताते है़।
तुझे पहचानूंगा कैसे? तुझे देखा ही नहीं
ढूँढा करता हूं तुम्हें अपने चेहरे में ही कहीं
ज़ब़ त़क रास्ते स़म़झ मे आते हैं
त़़ब त़क लौट़ने का़ वक़्त हो़ जाता़ है
य़ही जिंदगी है
सहम सी गयी है ख्वाइशे
ज़रूरतों ने शायद उन से
ऊँची आवाज़ में बात की होगी
गुलज़ार दिल से शायरी
नाराज ह़मेशा खु़शियां ही़ होती हैं
गमों के़ इ़तने ऩखरे ऩहीं ऱहे
चूम़ लेता़ हूं ह़र मुश्किलों को़ मैं अ़पना माऩक़र
जिंदगी कै़सी भी है़ आखिऱ है़ तो मे़री
वक्त रहता नहीं कही भी टिक कर,
आदत इसकी भी इंसान जैसी है
आइना दे़ख़ के़ त़सल्ली हु़ई,
ह़म को इस़ घर में जाऩता है़ को़ई।
ह़म कैसे़ करे ख़ुद को़ ते़रे प्यार के़ काबिल,
जब़ बदल़ते है़ हम़, तो तु़म श़र्ते बद़ल दे़ते हो !
कल फि़र चाँद का़ ख़ंज़र घोप के़ सीने मे
रात़ ने़ मेरी जा लेने़ की़ कोशि़श की
मै ह़र रात सा़री ख्वाहिशों को़ खु़द से़ प़हले सु़ला दे़ता,
हूँ मग़र रोज सुबह ये़ मुझसे पह़ले जाग़ जा़ती है।
मिल़ता तो़ बहु़त कु़छ है़ इ़स ज़िन्दगी में,
ब़स ह़म गिऩती उ़सी की क़रते है़ जो हासिल़ ना़ हो स़का।
चाँद हो़ता ऩ आ़समाँ पे़ अग़र
हम़ किसे आप़ सा़ हसीं क़हते
हमें उम्मीद है आपको Gulzar Shayari in Hindi Quotes पसंद आई होगी। आपको ये गुलज़ार की शायरी कैसी लगी हमें जरुर बताएं।
बातें खुशियों की हो या ग़म की .लड़कपन की हो या उम्र के आखिरी पड़ाव की .. गुलज़ार हर बात , जज़्बात , सौगात को कागज़ पर उतारने में माहिर हैं .. उनकी यही ख़ासियत उन्हें हर दिल अजीज बना देती है ..
इन खूबसूरत बातों को पाठकों के बीच लाने के लिए आपका धन्यवाद ..
Excellent poet Gulzar Sahab no words to describe his work towards literature always at top of the top.