जीना छोड़ देते है उसके के रूठ जाने से
चाँद भी छिप जाता है उसके
मुस्कुराने से
दिन भी ढल जाता है उसके उदास हो
जाने से
क्यूँ वो नही समझ पाते हैं हाल-
ए-दिल मेरा
के जीना छोड़ देते है उसके के रूठ
जाने से
मुस्कुराने से
दिन भी ढल जाता है उसके उदास हो
जाने से
क्यूँ वो नही समझ पाते हैं हाल-
ए-दिल मेरा
के जीना छोड़ देते है उसके के रूठ
जाने से
—
Chand bhi chhip jata hai us ke
muskurane se
Din bhi dhal jata hai Uske udas ho
jane se
kyun wo nahi samajh paate hain haal-
e-Dil mera
ke jeena chhod dete hai Uske ke rooth
jane se.
muskurane se
Din bhi dhal jata hai Uske udas ho
jane se
kyun wo nahi samajh paate hain haal-
e-Dil mera
ke jeena chhod dete hai Uske ke rooth
jane se.
जीना छोड़ देते है उसके के रूठ जाने से Read More »