कुछ लोग टूटकर चाहते हैं,
कुछ लोग चाह कर टूट जाते हैं,
हमे तुमसे मोहब्बत है कितनी,
आओ आज तुम्हें ये बताते हैं,
सुना है प्यार मर मुश्किल नही कुछ भी
चलो समंदर में आग लगाकर आजमाते हैं.
टूट कर चाहना और फिर टूट जाना
बात छोटी है मगर जान निकल जाती है
बड़ी मुश्किल से सम्भला हूँ टूट जाने के बाद,
मैं आज भी रो देता हूँ मुस्कुराने के बाद
तुझसे मोहब्बत थी बेइंतेहा लेकिन,
ये महसूस हुआ तेरे जाने के बाद
किसी को टूट कर चाहना सिर्फ एक बार होता है,
जो बार बार हो वो प्यार ही नहीं होता है,
मैं कैसे बताऊँ अपना हाल ए दिल,
जो इश्क करता है वो बार बार रोता है!