लहरो मे डूबते रहे किनारा ना मिला : Hindi Shayri
लहरो मे डूबते रहे किनारा ना मिला : Hindi Shayri Read More »
Kisi se itni NAFRAT na karo
ki
kabhi MILNA pade to MIL na sako…
Aur
Kisi se itni MOHABBAT na
karo ki
kabhi TANHA jeena pade to
JEE naa sako…
Kisi se itni NAFRAT na karo Read More »
अपना बना कर भुला रहा है कोई: Hindi Sad Shayri Read More »
हमेशा मैं ही क्यूँ रह जाता हूँ अकेला,
घर के कमरों में तुम्हें ढूंढते हुए,
नासमझ उम्मीदों को झिड़की देता,
दरवाजे की और एक टक देखता,
इंतज़ार के दिन गिनता हुया.
हमेशा मुझसे ही क्यूँ खफा होते हैं,
चाँद, रात, सितारे… पूरी रात.
अनदेखे सपनों में उनिंदा रहता हूँ,
उनींद से मिन्नत करते बीत जाते हैं घंटे,
सुबह भी उतनी ही दूर होती है जीतने तुम.
हमेशा तुमसे ही क्यूँ प्यार कर बैठता हूँ ?
सारे लम्हे.. जब तुम होते हो,
सारे लम्हे.. जब तुम नहीं होते हो…
तुमसे ही क्यूँ प्यार कर बैठता हूँ ? Hindi Sad Shayri Read More »
Do dosto ki Kahani Read More »
ये वक्त गुजर जाऐगा…: Hindi Shayri Collection Read More »
लेकर आना उसे मेरे जनाजे में ..
एक आखरी हसीन मुलाकात होगी .
मेरे जिस्म में जान न हो मगर .
मेरी जान तो मेरे जिस्म के पास होगी
शुकर मान के मेने तुझसे कभी ” मुलाकात” नहीं कि
वरना !!
—
वो बारिश, वो रस्ते, गवाह है अपनी मुलाकात के..!!!
कैसे मान लू, तेरा कोई रिश्ता नही मुझसे..!!
—
हर दिन किसी मोड़ पर, उनसे मुलाकात होती है,
पर जमाने के डर से सिर्फ नजरों से बात होती है |
आखरी मुलाकात शायरी : Hindi Facebook Status Collection Read More »
प्यार में अक्सर ऐसा होता है की कोई धोखा देकर बेवफा हो जाता है और कोई धोखा खाकर टूट जाता है। प्यार में धोखा खाने वाला इन्सान कई बार अपनी भावनाओं को व्यक्त नही कर पाता इसलिए शायरी का सहारा लेना पड़ता है। अगर आप दो लाइन बेवफा शायरी ढूंढ रहे हैं तो आप बिलकुल सही जगह पर आये हैं।
इस साईट में आपको 2 line bewafa shayari in Hindi, Bewafa shayari status, Bewafa Shayari In Hindi For Girlfriend/Boyfriend आदि मिल जायेंगे। इन हमने बेवफा शायरी इमेज भी दिए हैं जिन्हें आप अपने WhatsApp, Facebook जैसे सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते हैं या स्टेटस लगा सकते हैं।
फिर से निकलेंगे तलाश-ए-ज़िन्दगी में
दुआ करना इस बार कोई बेवफा न निकले
वो अक्सर मुझसे पूछा करती थी,,
तुम मुझे कभी छोड़ कर तो नहीं जाओगे,
काश मैंने भी पूछ लिया होता..।।
वक़्त ने ज़रा सी करवट क्या ली,
गैरो की लाइन में सबसे आगे पाया अपनों को।
बेवफ़ाओं की महफ़िल लगेगी ऐ दिल-ए-जाना,
आज ज़रा वक़्त पर आना मेहमान-ए-ख़ास हो तुम।
टूटे कांच की तरह, चकना चुर हो गए,
चुभ ना जाए कहीं, इसलिए सबसे दूर हो गए।
मिल ही जाएगा कोई ना कोई टूट के चाहने वाला,
अब शहर का शहर तो बेवफा हो नहीं सकता।
इतनी मुश्किल भी न थी राह मेरी मोहब्बत की,
कुछ ज़माना खिलाफ हुआ कुछ वो बेवफा हुए।
बिखरा वज़ूद, टूटे ख़्वाब, सुलगती तन्हाईयाँ…
कितने हसींन तोहफे दे जाती है ये अधूरी मोहब्बत।
वो कहता है कि मजबूरियां हैं बहुत,
साफ लफ़्ज़ों में खुद को बेवफा नहीं कहता।
मैं उसका हूं यह राज तो वह जान चुकी है,
वो किसकी है यह सवाल मुझे सोने नहीं देता।
सिर्फ एक ही बात सीखी इन हुस्न वालों से हमने,
हसीन जिसकी जितनी अदा है वो उतना ही बेवफा है।
आता नहीं ख्याल अब अपना भी ऐ जलील
एक बेवफा की याद ने सब कुछ भुला दिया।
दर्द मोहब्बत का ऐ दोस्त बहुत खूब होगा,
न चुभेगा.. न दिखेगा.. बस महसूस होगा।
जुल्मो सितम सहते रहे एक बेवफा की आस मे,
डुबो दिया मुझे दरिया ने दो घूट की प्यास में।
तुम अगर याद रखोगे तो इनायत होगी,
वरना हम को कहाँ तुम से शिकायत होगी,
ये तो बेवफा लोगों की दुनिया है दोस्त,
तुम अगर भूल भी जाओ तो रिवायत होगी… ……………………….
मैं खुश हूं कि उसकी नफ़रत का अकेला वारिस हू
मोहब्बत तो उनको बहुत से लोगों से है..
यूँ नाराज़ मत हुआ करो हमसे इतना मेरे सनम,
बदकिस्मत ज़रूर हैं हम मगर बेवफा नहीं।
अब भी तड़प रहा है तू उसकी याद में,
उस बेवफा ने तेरे बाद कितने भुला दिए।
जिनकी शायरियों में दर्द होता है,
वो शायर नही किसी बेवफा का दीवाना होता है।
मत रो किसी बेवफा को याद करके,
वो खुश है तुझे यूँ बर्बाद करके।
मेरी तलाश का है जुर्म या मेरी वफा का क़सूर,
जो दिल के करीब आया वही बेवफा निकला।
कभी ये आरज़ू थी कि हर कोई जाने मुझे,
आज ये तलब़ है कि “गुमनाम” ही रहूँ मै।
मनाने की कोशिश तो बहुत की हमनें
पर जब वो हमारे लफ़्ज ना समझ सके
तो हमारी खामोशियों को क्या समझेंगे।
वो जमाने में यूँ ही बेवफ़ा मशहूर हो गये दोस्त,
हजारों चाहने वाले थे किस-किस से वफ़ा करते।
वो जमाने में यूँ ही बेवफ़ा मशहूर हो गये दोस्त,
हजारों चाहने वाले थे किस-किस से वफ़ा करते।
तेरा ख्याल दिल से मिटाया नहीं अभी,
बेवफा मैंने तुझ को भुलाया नहीं अभी।
सब कुछ है मेरे पास
पर दिल के दर्द की दवा नही,
दूर वो मुझसे है पर मैं खफा नही.
मालूम है अब भी प्यार करता है मुझे.
वो थोड़ी ज़िद्दी है मगर बेवफा नही
मोहब्बत का नतीजा दुनिया में हमने बुरा देखा,
जिन्हें दावा था वफ़ा का उन्हें भी हमने बेवफा देखा।
छोड़ दूं साथ तेरा तो तू बेवफा कहना
तेरे सिवा किसी ओर को चाहूं तू बेवफा कहना
मेरी वाफाओं पे शक है तो खंजर उठा लेना शॉक से
मर ना जाऊं तू बेवफा कहना!!
महबूब अगर बेवफा हो इश्क अगर सच्चा हो,
मेरे यारों कहानी कुछ अधूरी-सी लगती है।
आग दिल मे लगी जब वो खफा हुए
महसूस हुआ तब, जब वो जुदा हुए
कर के वफ़ा कुछ दे ना सके वो
पर बहुत कुछ दे गये जब वो बेवफा हुए…
पहले इश्क फिर धोखा फिर बेवफाई
बड़ी तरतीब से एक सख्स ने तबाह किया मुझे
अपने गुरूर को आजमाने की जिद थी.
वरना हमें मालूम था की तुम बेवफा हो जाओगे.
वफ़ा निभा के वो हमे कुछ दे ना सके
पर बहुत कुछ दे गये जब वो बेवफा हुए
बर्बाद कर गये वो ज़िंदगी प्यार के नाम से
बेवफ़ाई मिली सिर्फ़ वफ़ा के नाम से,
ज़ख़्म हे ज़ख़्म दिए उस ने दवा के नाम से
आसमान भी रो पड़ा मेरी मोहब्बत के अंजाम से.
आगे पढ़ें:
[Best] 2 Line Bewafa Shayari in Hindi – दो लाइन बेवफा शायरी Read More »
Koi Ketha hai Pyar Nasha Ban Jaati hai!
Koi ketha hai Pyar Saza ban Jaati hai…..
Par Pyar karo agar sache dil se…..
Toh Pyar jeene ki wajah ban jati hai..
“Tum Bin”Sad Hindi shayri Read More »
Hum jab bhi aapki duniya se jayenge Read More »