टूटे दिल की शायरी दो लाइन

दिल जब टूट जाता है तो दर्द बहुत होता है। टूटे दिल का हाल बताना भी मुश्किल होता है। ऐसे मे शायरी हमारी मदद कर सकती है अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए। आज हम दर्द भरी शायरी और टूटे दिल की शायरी लेकर आए हैं जिसे आप सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते हैं या status लगा सकते हैं।

टूटे दिल की शायरी दो लाइन

ऐ -दिल थोड़ी सी हिम्मत कर ना यार

ऐ -दिल थोड़ी सी हिम्मत कर ना यार,

चल दोनों मिलकर उसे भूल जाते है!

काश तुम लौट आओ और गले लगाकर कहो,

की खुश तो मैं भी नहीं हूँ तुम्हारे बिना !

दिल धोखे में था और
धोखेबाज दिल में था!

दिल ने सोचा था की टूट कर चाहेंगे उसे

दिल ने सोचा था की टूट कर चाहेंगे उसे,

पर आज तो दिल ही टूट गया !

जिसको आज मुझमें हजारों गलतियां नजर आती हैं

कभी उसी ने कहा था तुम जैसे भी हो मेरे हो

कुछ हार गया मुक्कदर, कुछ टूट गये सपने
कुछ गैरों ने किया बर्बाद, कुछ रूठ गये अपने..

अच्छे होते हैं वो लोग जो आकर चले जाते हैं

अच्छे होते हैं वो लोग जो आकर चले जाते हैं,

थोड़ा ठहर कर जाने वाले बहुत रुलाते हैं !

ना ज़ख्म भरे,ना शराब सहारा हुई..
ना वो वापस लौटीं,
ना मोहब्बत दोबारा हुई।

करूंगा क्या जो मोहब्बत में हो गया नाकाम
मुझे तो और कोई काम भी नहीं आता

-ग़ुलाम मोहम्मद क़ासिर

वो मुझसे बिछड़कर अबतक रोया नहीं यारो

वो मुझसे बिछड़कर अबतक रोया नहीं यारो,

कोई तो है हमदर्द जो उसे रोने नही देता

हम तो समझे थे कि हम भूल गए हैं उन को
क्या हुआ आज ये किस बात पे रोना आया

मेरी हर ख्वाइश में सिर्फ तुम होते हो ,
बस दर्द ये है कि सिर्फ ख्वाईशों में ही क्यों होते हो

जाने क्या बात झलकती है मेरे चेहरे से
हर शख्स मुझे आज़माना चाहता है 

tuta hua dil shayari

बहुत थे मेरे भी इस दुनिया मेँ अपने
फिर हुआ इश्क और हम लावारिस हो गए

पहले इतने वादे किए मुझे पाने के लिए,
अब एक ही बहाना काफी हो गया मुझसे दूर जाने के लिए?

फसलों का एहसास तो तब हुआ,

जब मैंने कहा मैं ठीक हूँ… और उसने मान लिया

कुछ मिला और कुछ मिलते मिलते छूट गया ..
शायद एक सपना था
जो आंखे खुलते खुलते टूट गया

तेरे हर सवाल का जवाब सिर्फ यही है,

हां मैं गलत हूँ और तू सही है !

बड़ी अजीब होती हैं ये यादें,

कभी हंसा देती हैं कभी रुला देती हैं

मै उस हालात से गुजर रहा हूँ

जहां लगता है मौत जरूरी है..

कब ठहरेगा दर्द ऐ दिल कब रात बसर होगी
सुनते थे वो आएँगे सुनते थे सहर होगी

क्या बात है, बड़े खामोश से बैठे हो,
कोई बात से नाराज हो या दिल कही लगा बैठे हो।

कभी कभी तो छलक पड़ती हैं यूँही आँखें

उदास होने का कोई सबब नहीं होता

तुम ने किया न याद कभी भूल कर हमें
हम ने तुम्हारी याद में सब कुछ भुला दिया

ऐसा नहीं है कि अब तेरी जुस्तजू नहीं रही,
बस टूट कर बिखरने की आरज़ू नहीं रही।

बहुत दिनों से तड़प रहा था दिल किसी की याद में,

अच्छा हुआ आज इसका काम तमाम हो गया!

दिल का बस इतना ही कसूर था मेरे,
हमने उसे अपना समझा जो कभी था
ही नहीं मेरा

बिखरा वजूद, टूटे ख़्वाब, सुलगती
तन्हाईयाँ, कितने हसीन तोहफे दे
जाती है ये मोहब्बत।

लोग प्यार में बड़ी बड़ी बातें करते हैं,

और फिर एक दिन छोड़ कर चले जाते हैं !

ये जो हालात है, एक दिन सुधर जाएंगे,पर कुछ लोग दिल से उतर जाएंगे।

पर कुछ लोग दिल से उतर जाएंगे।

वो मुझे छोड़कर खुश है तो शिकायत क्यों,

अब मैं उन्हें खुश भी ना देखूं तो प्यार कैसा।

– गुलज़ार

वह जानता था कि मुझे उसकी मुस्कान पसंद है,
उसने जब भी दर्द दिया तो मुस्कुरा कर दिया।

इस दुनिया मे अजनबी रहना ही ठीक है,
लोग बहुत तकलीफ देते है अक्सर अपना बना कर

तेरी ख़ुशी की खातिर मैंने कितने ग़म छिपाए
अगर मैं हर बार रोता तो तेरा शहर डूब जाता..

अब मेरे हाल चाल नहीं पूछते हो तो क्या हुआ
कल एक एक से पूछोगे की उसे हुआ क्या था

जिसके लिए सारी हदें पार कर दी मैने,
आज उसी ने हद में रहना सिखा दिया

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