दुनिया ऐसे लोगों से भरी हुई है जो आप से काम करा लेते हैं, आपका इस्तेमाल करते हैं लेकिन जब आपको उनकी जरुरत पड़ती है तो वे आपकी मदद नही करते। ऐसे लोगों को एहसान फरामोश कहते हैं। आज हम एहसान फरामोश शायरी और स्टेटस लेकर आये हैं आप इन quotes को Whatsapp status की तरह भी उपयोग कर सकते हैं और ऐसे धोखेबाज और एहसान फरामोश लोगों तक अपनी बात पहुंचा सकते हैं।
एहसान फरामोश शायरी
हर वक्त काम आता रहा मैं जिनके
मेरे वक्त पे वो एहसान फरामोश निकले
मेरी जिंदगी के कई सारे लम्हे बेमिसाल दिये थे
मैंने उस एहसान फरामोश को अपने कई साल दिये थे
उनके पैरो में छाले थे, और हम मरहम लगाने वाले थे।
वो एहसान फरामोश निकले, उन्ही पैरो से हमें कुचलने वाले थे
आज की दुनिया में किसी के लिए कुछ करो
तो बदले में उससे कोई उम्मीद न करो
दिया हमने अपना सब कुछ उनको
बदले में मिली सिर्फ एहसान फरामोशी
मेरी अच्छाई का अच्छा सिला दिया उसने, मुसीबत में मेरी मुझे भुला दिया उसने।
हम उम्मीदें नही रखते किसी से की कोई हमारे लिए कुछ करे,
पर अच्छाई के बदले बुराई ही मिले तो तकलीफ जरुर होती है
एहसान फरामोश स्टेटस
मेरी जुबां पर हर वक्त उसका ही नाम आया,
लेकिन, मेरे बुरे वक्त में उसने साथ नहीं निभाया।
लुटा दिया सब कुछ जिन्हें अपना समझकर
मेरे बुरे वक्त पर उन्होंने ने मुझे गैर बना दिया
मैंने जो किया वो एहसान नही मेरी फितरत थी,
पर तूने जो किया वो एहसान फरामोशी से कम नही
अब उम्मीद नही रखता किसी से की अच्छे के बदले अच्छा मिले,
समझ गया हूँ की ये दुनिया एहसान फरामोशों की है
अच्छे लोगों की कदर नहीं दुनिया को
दुनिया तो बस लोगों का इस्तेमाल जानती है।
Ehsaan Faramosh Quotes in Hindi
एहसान फरामोश लोग जल्दी पहचान नही आते
जब तक उनका काम न हो जाए वे अपना असली चेहरा छुपा कर रखते हैं
प्यार मोहब्बत के रास्ते पर एहसान फरामोश लोग अक्सर पाए जाते हैं
हमें उम्मीद है की आपको यह एहसान फरामोश शायरी और Ehsaan Faramosh Quotes in Hindi पसंद आई होगी. ऐसे ही अन्य शायरी और कोट्स के लिए QuoteLyrics.com पर विजिट करते रहें.
आज हम आपके लिए लाये हैं Zindagi shayari in Hindi और इस पोस्ट में जिंदगी पर शायरी दी गयी है। ज़िन्दगी भी बड़ी कमाल की चीज है हमें कभी हंसाती है तो कभी रुलाती है, कभी गम देती है तो कभी खुशियाँ। अगर ज़िन्दगी संवर जाए तो जन्नत है नही तो बस एक तमाशा है। आइये ज़िन्दगी शायरी के इस पोस्ट में हम ज़िन्दगी के बारे में लिखी गयी कुछ शायरियां देखते हैं। आप इन्हें अपने status की तरह भी उपयोग कर सकते हैं और दोस्तों के साथ शेयर भी कर सकते हैं।
Zindagi Shayari in Hindi
मेरी ज़िन्दगी का मकसद पूछते है लोग
सुनो बेवजह भी जीते हैं हम जैसे लोग
अनजान राहों पर चल रहा था,
ज़िंदगी से मुलाकात हो गई।
जूझती रही, बिखरती रही, टूटती रही, कुछ इस तरह ज़िन्दगी निखरती रही।
ना जिंदगी की चाह है ना जिंदगी से अब कोई उम्मीद है फिर भी जाने क्यों गुमशुदा रास्तों पर किसकी तलाश है
समंदर न सही पर एक नदी तो होनी चाहिए, तेरे शहर में ज़िंदगी कहीं तो होनी चाहिए !
जिन्दगी की हर सुबह कुछ शर्ते लेकर आती है, और जिन्दगी की हर शाम कुछ तजुर्बे देकर जाती है.
कभी तो मुस्कुराकर मुझसे भी मिल ए-जिंदगी शायद मुस्कुराहट मेरे होठों पर भी अच्छी दिखे
बदनाम तो बहुत हूं मैं इस जमाने में, तू बता तेरे सुनने में कौन सा किस्सा आया है।
ज़िदगी से क्या शिकायत करें हम हमें तो मौत ने भी भुला दिया है…
मुझ से नाराज़ है तो छोड़ दे तन्हा मुझको, ऐ ज़िंदगी, मुझे रोज-रोज तमाशा न बनाया कर।
बिजी हो गया हूं अपनी जिंदगी में तुझे भुलाने के लिए लौट के ना आना फिर से मुझे मनाने के लिए
गुज़ार दी ये जिंदगी हमने दूसरों को खुश करते करते, अब कुछ वक़्त चाहिए खुद के साथ बिताने के लिए
जिंदगी शायरी
सिर्फ सांसे चलते रहने को ही ज़िन्दगी नही कहते आँखों में कुछ ख़वाब और दिल में उम्मीदे होना जरूरी है
खवाहिश ऐ ज़िन्दगी बस इतनी सी है,
साथ तुम्हारा हो और जिन्दगी कभी खत्म न हो !
मंजिलें मुझे छोड़ गयी रास्तों ने संभाल लिया, जिंदगी तेरी जरूरत नहीं मुझे हादसों ने पाल लिया।
जो पढ़ा है उसे जीना ही नहीं है मुमकिन, ज़िंदगी को मैं किताबों से अलग रखता हूँ।
ज़माना बड़े शौक़ से सुन रहा था
हमीं सो गए दास्तां कहते-कहते
– साकिब लखनवी
हजारों उलझनें राहों में और कोशिशें बेहिसाब, इसी का नाम है ज़िन्दगी चलते रहिये जनाब।
अपने ही घर में मेहमान बन कर आना जाना हुआ,
जब से शहर में शुरू कमाना हुआ।
सब कुछ हासिल नहीं होता ज़िन्दगी में यहां किसी का काश, तो किसी का अगर, छूट ही जाता है
खुश रहने से ही जिंदगी साकार है, वरना यूं तो जिंदगी का हर पल बेकार है
नफरत सी होने लगी है इस सफ़र से अब, ज़िंदगी कहीं तो पहुँचा दे खत्म होने से पहले।
जिन्दगी तू ही बता कैसे तुझसे प्यार करू ! तेरी हर एक सुबह मेरी उम्र कम कर देती है !
परवाह करने की आदत ने तो परेशां कर दिया, गर बेपरवाह होते तो सुकून-ए-ज़िंदगी में होते।
मुझे ज़िंदगी का इतना तजुर्बा तो नहीं है दोस्तों, पर लोग कहते हैं यहाँ सादगी से कटती नहीं।
ऐ गम-ए-जिंदगी न हो नाराज,
मुझको आदत है मुस्कुराने की !
जिंदगी बहुत खूबसूरत है, जिंदगी से प्यार करो, अगर हो रात तो, सुबह का इंतजार करो, वो पल भी आएगा जिसका तुझे इंतेज़ार है, बस उस खुदा पर भरोसा और वक्त पर ऐतवार करो।
एक उम्र गुस्ताखियों के लिये भी नसीब हो, ये ज़िंदगी तो बस अदब में ही गुजर गई।
Zindagi Shayari Sad
ऐ ज़िन्दगी मुझे कुछ मुस्कुराहटें उधार दे दे !
अपने आ रहे है मिलने की रश्म निभानी है
रोक कर बैठा हूँ ज़िन्दगी को कि तुम आओगी तो जीना शुरू कर देंगे
हर रोज एक नया फलसफा जिन्दगी का पीछे देखा तो एक कारवां सा बन गया
मत सोच इतना ज़िन्दगी के बारे में, जिसने ज़िन्दगी दी है, उसने भी कुछ तो सोचा होगा !
जाने क्यूँ अधुरी-सी लगती है जिन्दगी !
जैसे खुद को किसी के पास भूल आये हो
फिक्र है सबको खुद को सही साबित करने की, जैसे ये ज़िंदगी, ज़िंदगी नहीं, कोई इल्जाम है।
कल की बात क्यों करे अगर आज सुहाना है, हसना है और हसाना है जिंदगी का यही फसाना है
ये ना पूछना जिन्दगी खुशी कब देती है, क्योंकि शिकायतें उन्हे भी है जिन्हें जिन्दगी सब देती है।
इस ज़िन्दगी में परेशानियां हमे भी है साहब,
पर मुस्कराने में क्या जाता है
ज़िन्दगी में कभी कभी अपनों से हारना सीखो,
देख लेना जित जाओगे तुम…
इन हसरतों को इतना भी क़ैद में न रख ए-ज़िंदगी !
ये दिल भी थक चुका है इनकी ज़मानत कराते कराते !!
बहुत कुछ खो चुका हूँ ऐ जिंदगी तुझे सवारने की कोशिश में, अब बस ये जो कुछ लोग मेरे है इन्हे मेरा ही रहने दे।
ज़िन्दगी में ऐसे लोग भी होते है जिन्हें हम पा नही सकते सिर्फ चाह सकते है
चलो बिखरने देते है ज़िन्दगी को अब, सँभालने की भी तो एक हद होती है।
कहती है मुझे जिंदगी कि मैं आदतें बदल लूँ, बहुत चला मैं लोगों के पीछे, अब थोड़ा ख़ुद के साथ चल लूँ।
जो मिलते हैं वो बिछड़ते भी हैं, हम नादान थे एक शाम की मुलाकात को ..जिंदगी समझ बैठे
ज़िंदगी चाहे एक दिन की हो या चार दिन की उसे ऐसे जियो जैसे कि ज़िंदगी तुम्हें नहीं मिली, ज़िंदगी को तुम मिले हो
मेरी ज़िंदगी से खेलना तो हर एक की आदत बन गयी काश खिलौना बन कर बिकते तो किसी एक के होते.
जिन्दगी जख्मो से भरी हैं, वक़्त को मरहम बनाना सिख लें हारना तो है मोत के सामने, फ़िलहाल जिन्दगी से जीना सिख लें
कुछ लोग जिंदगी में सिर्फ एक ही बार आते हैं
उनके बाद, उनसे बेहतर फिर कोई नहीं मिलता
सबक वो हमको पढ़ाए हैं ज़िन्दगी ने कि हम, हुआ था जो इल्म किताबों से वो भी भूल गए।
एक साँस सबके हिस्से से हर पल घट जाती है, कोई जी लेता है जिंदगी किसी की कट जाती है।
हर बात मानी है तेरी सिर झुका कर ऐ ज़िंदगी, हिसाब बराबर कर तू भी तो कुछ शर्तें मान मेरी।
Zindagi Sad Shayari
रखा करो नजदीकियां जिन्दगी का कुछ भरोसा नही फिर मत कहना चले भी गऐ और बताया भी नही
जिन्दगी तेरे इश्क़ में कितनी दूर हम चल चुके, कहीं सुकूं मिला नहीं, कितने शहर बदल चुके।
थक गया हूँ तेरी नौकरी से ऐ जिन्दगी, मुनासिब होगा मेरा हिसाब कर दे।
दुआएँ जमा करने में लग जाओ साहब, खबर पक्की है दौलत और शोहरत साथ नहीं जायेंगे।
आज कल सच कहो तो इंसान खफा होता है,
और झूठ कहो तो लफ़्ज़ों को दर्द होता है।
ज़िंदगी में सारा झगड़ा ही ख्वाहिशों का है, ना तो किसी को गम चाहिए और ना ही किसी को कम चाहिए।
ज़िंदगी में लोग दर्द के सिवा दे भी क्या सकते हैं मरने के बाद दो गज़ कफ़न देते हैं वो भी रो रो कर
ले दे के अपने पास फ़क़त एक नजर तो है, क्यूँ देखें ज़िंदगी को किसी की नजर से हम।
चुपचाप गुज़ार देंगे तेरे बिना भी ये जिन्दगी, लोगो को सिखा देंगे मुहब्बत ऐसे भी होती हैं
ज़िदगी जीने के लिये मिली थी, लोगों ने सोचने में ही गुज़ार दी…
जिन्दगी देने वाले मुझे मरता छोड़ गये, अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये।
ज़िन्दगी जिसको तेरा प्यार मिला वो जाने हम तो नाकाम ही रहे चाहने वालों की तरह
कभी जो जिंदगी में थक जाओ, तो किसी को कानो कान खबर भी न होने देना, क्योंकि लोग टूटी हुई इमारतों की ईंट तक उठा कर ले जाते हैं।
क्या बेचकर हम खरीदे फुर्सत ए जिंदगी, सब कुछ तो गिरवी पड़ा है, ज़िम्मेदारी के बाजार में।
जिंदगी में एक बात तो तय है, कि तय कुछ भी नहीं है।
मालूम है मुझे वो ना मेरी थी ना कभी होगी
बस इक शौक था उसके पीछे जिदंगी बर्बाद करने की
जिंदगी हो या व्हाट्सएप, लोग सिर्फ स्टेटस देखते हैं
जिन्दगी तेरी भी, अजब परिभाषा है ! सँवर गई तो जन्नत, नहीं तो सिर्फ तमाशा है
जिन्दगी शायरी हिंदी
आराम से तन्हा कट रही थी तो अच्छी थी, ज़िन्दगी तू कहाँ दिल की बातों में आ गयी।
मुझे पतझड़ की कहानियां सुना के उदास न कर ऐ-जिंदगी…. नए मौसम का पता बता,जो गुज़र गया वो गुज़र गया !!
ये जिंदगी है या कोई पहेली कुछ समझ नही आता कभी गम में हंसते हैं तो कभी खुशी में रोते है
ज़िन्दगी के हाथ नहीं होते लेकिन कभी कभी वो ऐसा थप्पड़ मारती हैं जो पूरी उम्र याद रहता है
जीवन का सबसे बड़ा गुरु वक्त होता है। क्योंकि जो वक्त सिखाता है वो कोई नहीं सीखा सकता।
जिन्दगी की जिम्मेदारियों ने कम कर दी हमारी शरारते और लोग समझते हैं कि हम समझदार हो गये
यूँ तो ऐ जिन्दगी तेरे सफ़र से शिकायते बहुत थी, मगर दर्द जब दर्ज कराने पँहुचे तो कतारे बहुत थी।
जिंदगी को इतना सिरियस लेने की जरूरत नही यारों,
यहाँ से जिन्दा बचकर कोई नही जायेगा
कल घर से निकले थे, माँ के हाथो के बने पराठे खा कर… आज सड़क किनारे चाय तलाश रही है जिंदगी.
समझ ना आया ऐ जिंदगी तेरा ये फलसफा, एक तरफ कहती है सबर का फल मीठा होता है और दूसरी तरफ कहती है वक़्त किसी का इंतजार नही करता
कुछ इस तरह मैंने ज़िन्दगी को आसान कर लिया किसी से मांग ली माफ़ किसी को माफ़ कर दिया
कितना और बदलूं खुद को ज़िन्दगी जीने के लिए, ऐ ज़िन्दगी, मुझको थोड़ा सा मुझमें बाकी रहने दे।
माना कि बहुत कीमती हूँ मैं इन दुनिया वालों के लिए पर चंद लम्हों से ज़्यादा कोई ना रोयेगा मेरे गुज़र जाने के बाद
जो लम्हा साथ है उसे जी भर के जी लेना, ये कम्बख्त जिंदगी भरोसे के काबिल नहीं है।
मेरी यह ज़िन्दगी है कि मरना पड़ा मुझे, एक और ज़िन्दगी की तमन्ना लिए हुए।
काश नासमझी में ही बीत जाए ये ज़िन्दगी समझदारी ने तो बहुत कुछ छीन लिया
धूप में निकलो, घटाओं में नहाकर देखो, ज़िन्दगी क्या है किताबों को हटाकर देखो। – निदा फ़ाज़ली
दिलों में खोट है ज़ुबां से प्यार करते हैं बहुत से लोग दुनिया में यही व्यापार करते हैं
जिन्दगी शायरी इन हिंदी
हासिल-ए-ज़िन्दगी हसरतों के सिवा और कुछ भी नहीं, ये किया नहीं, वो हुआ नहीं, ये मिला नहीं, वो रहा नहीं।
लोग मौत को तो युही बदनाम करते है, तकलीफ़ तो जिन्द्गी देती है
ज़िन्दगी कबकी खामोश हो गयी,
दिल तो बस आदतन धड़कता है
जब कुछ सेकंड की मुस्कराहट से तस्वीर अच्छी आ सकती है, तो हमेशा मुस्कुरा के जीने से ज़िन्दगी अच्छी क्यू नहीं हो सकती
कुछ इस तरह से गुज़ारी है ज़िन्दगी जैसे, तमाम उम्र किसी दूसरे के घर में रहा।
जिन्दगी तो बस बिता दी हमने वहीँ
जहाँ चार कदम तेरे संग चले थे
ज़िंदगी का हर वो रंग दिलकश लगता है,
जो आपके प्यार में हम’पर चढ़ता है
शिकायतें कम किया कीजिए जनाब आप जो जिंदगी जी रहे हो वो जिंदगी भी किसी के लिए सपना है
ज़िन्दगी उस अजनबी मोड़ पर ले आई है, तुम चुप हो मुझसे और मैं चुप हूँ सबसे।
छोड़ ये बात कि मिले ज़ख़्म कहाँ से मुझको, ज़िन्दगी इतना बता कितना सफर बाकी है।
जहाँ-जहाँ कोई ठोकर है मेरी किस्मत में, वहीं-वहीं लिए फिरती है मेरी ज़िन्दगी मुझको।
जब नादान थे तो जिंदगी के मजे लेते थे समझदार हुये तो जिंदगी मजे ले रही है
जिन्द्गी के कुछ और पैमाने तय करो
बस जी लेना ही ज़िन्दगी नहीं
में भी मुसाफिर हूँ तेरी कश्ती का ए ज़िन्दगी…
तू जहा मुझसे कहेगी, में वही उतर जाऊंगा.
आँखों में आंसू होंठों पे मुस्कान वाह रे ज़िन्दगी यही तो है तेरी पहचान
हर एक इन्सान के जीवन में कठिनाइयाँ आती हैं, कभी न कभी एक ऐसा दौर आता है जब हम परेशानियों से घिर जाते हैं, ऐसे समय पर हमें हौसला बनाये रखना चाहिए। इस पोस्ट में कठिन जीवन पर शायरी और लाइन दी गयी हैं जो बताती हैं की हमें अपने बुरे दौर को जिंदगी का एक पड़ाव समझना चाहिए। जब भी परेशानी आये, मन बेचैन हो जाए, कुछ भी समझ न आये तो यह याद रखना जीवन में कुछ भी स्थाई नही है, समय आता है और चला जाता है ये बुरा वक्त भी गुजर ही जाएगा।
कठिन जीवन पर शायरी
जिंदगी में कठिनाइयां आयें तो उदास ना होना क्यूंकि कठिन रोल अच्छे एक्टर को ही दिए जाते हैं
कठिन समय में अपनी उम्मीदें न खोना,
जल्द ही एक नई सुबह आपके जीवन को नयी चमक देगी।
यूँ तो आसान नहीं है ख्वाब टूटने पर नये ख्वाबों को सजाना, पर इतना कठिन भी नहीं है जीवन की चुनौतियों के सामने मुस्कुराना
जिंदगी बड़ी दिलचस्प है, आखिर में आपके जीवन की कठिनाइयाँ और दर्द ही आपको मजबूत बना देती हैं.
बुरे दिन का भी एक दिन बुरा वक्त आता है, सब्र रखो!
जीवन में कठिनाइयाँ जितनी भी हो,
आपके पास जो भी है उनमे खुशियाँ ढूंढो!
कुदरत ने हमें हीरा बनाया है,
बशर्ते जो घिसेगा वही चमकेगा
मंजिल दूर हो सकती हैं नामुमकिन नहीं
वक्त बुरा हो सकता है पूरी जिन्दगी बुरी नहीं।
शाम को थक कर टूटे झोपड़े में सो जाता है वो मजदूर, जो शहर में ऊंची इमारतें बनाता है
जीवन में कठिनाइयाँ तो बहुत हैं, पर मेरे हौसले बुलंद हैं
कर्म भूमि पर फ़ल के लिए श्रम सबको करना पड़ता हैं,
रब सिर्फ़ लकीरें देता हैं रंग हमको भरना पड़ता हैं…
संघर्ष की रात जितनी लम्बी होगी,
सफलता का उजाला उतना ही चमकदार होगा
किताबें नही जिन्दगी जीना ठोंकरे ही सीखाती हैं
सफलता ऐसे ही नही मिलती इसे मेहनत ही दिलाती हैं..!!
मुश्किल वक्त पर शायरी
आज कमाई से ज्यादा मेहनत करता हूँ,
कल मेहनत से ज्यादा कमाई करूँगा.
वक्त रहते अपना वक्त बदल लो,
नही तो वक्त तुम्हें बदलेगा तो तकलीफ बहुत होगी
जो मुस्कुरा रहा है उसे दर्द ने पाला होगा,
जो चल रहा है उसके पाँव में छाला होगा,
बिना संघर्ष के चमक नहीं सकता कोई इंसान,
जो जलेगा उसी दीये में तो उजाला होगा
जब हौंसला टूटने लगे तो बस इतना याद रखना,
बिना मेहनत के तख़्तो ताज हासिल नहीं होते,
ढूढ़ लेते हैं जुगनू अंधेरों में भी मंज़िल को
क्यूँकि वो कभी रौशनी के मोहताज नहीं होते
कर्म भूमि पर फ़ल के लिए श्रम सबको करना पड़ता हैं, रब सिर्फ़ लकीरें देता हैं रंग हमको भरना पड़ता हैं…
बदल लो ख़ुद को वक़्त के साथ या फिर वक़्त बदलना सीखो,
मजबूरियों को कोसों मत हर हाल में चलना सीखो
चुनौतियां आएँगी मगर तू डरना नहीं,
इन चुनौतियों के आगे कभी झुकना नही
कोशिश करते रहना कभी रुकना नहीं,
हालत बुरे होंगे पर फिर भी उनके आगे झुकना नही।
अगर आप सही हो तो कुछ सही साबित करने की कोशिश ना करो बस सही बने रहो गवाही खुद वक्त देगा
सीढ़ियाँ सिर्फ उनके लिए बनी हैं जिन्हें छत पर जाना है, जिनकी मंज़िल आसमान हो उनको तो रास्ता ख़ुद बनाना पड़ता है
मुश्किलें ही सबको अजमाएगी,
ठान लिया तो दिल मे बस जाएगी,
गिरकर भी हम को संभलना होगा,
ये ठोकरें ही हमको चलना सिखाएंगी..!!
कुछ लोग ठोकर खाकर बिखर जाते हैं कुछ लोग ठोकर खाकर इतिहास बनाते हैं
जिंदगी बहुत ही हसीन है, जिंदगी हर दिन कुछ न कुछ सिखाती है, कभी हंसाती है तो कभी सताती है। जब भी निराशा और हताशा के बादल छायें, याद रखिए जो आप जिंदगी जी रहे हैं वह कई लोगों को नसीब नहीं होती।
चाहे परिस्थिति जैसी भी हो हमें आगे बढ़ते रहना चाहिए। “जी लो जिंदगी” पर कुछ शायरियां दी गई है जो आपको जरुर पसंद आएंगे।
जी लो जिंदगी शायरी
यह ज़िन्दगी बस सिर्फ पल दो पल है, जिसमें न तो आज और न ही कल है,
जी लो इस ज़िंदगी का हर पल इस तरह, जैसे बस यही ज़िन्दगी का सबसे हसीं पल है
चूम लो हर मुश्किल को अपना मान कर क्यूकि ज़िन्दगी कैसे भी है, है तो अपनी ही
जब जीना ही हैं जिन्दगी को तो क्यूँ पल-पल आँसू बहाये एक बार हँसकर गले तो लगाओ गम को ये गम आने से ही शरमाये
शिकायतें कम किया कीजिए जनाब आप जो जिंदगी जी रहे हो वो जिंदगी भी किसी के लिए सपना है
छोटी सी जिन्दगी है हंस के जियो , भुला के गम सारे, दिल से जियो, उदासी में क्या रखा है, मुस्कुरा के जियो, अपने लिए न सही अपनो के लिए जियो।
आँखों में पानी रखो, होंठो पे चिंगारी रखो, जिंदा रहना है तो तरकीबें बहुत सारी रखो, राह के पत्थर से बढ के, कुछ नहीं हैं मंजिलें, रास्ते आवाज़ देते हैं, सफ़र जारी रखो..
छोटी सी जिंदगी है हर बात में खुश रहो जो चेहरा पास ना हो उसकी आवाज में खुश रहो कोई रूठा हो आपसे उसके अंदाज़ में खुश रहो जो लौट के नहीं आने वाले उनकी याद में खुश रहो कल किसने देखा है अपने आज में खुश रहो
जो लम्हा साथ है उसे जी भर के जी लेना ये कमबख्त ज़िन्दगी भरोसे के काबिल नहीं है
जिंदगी क्या है शायरी
धूप में निकलो, घटाओं में नहाकर देखो, ज़िन्दगी क्या है किताबों को हटाकर देखो। – निदा फ़ाज़ली
कुछ इस तरह फ़कीर ने ज़िन्दगी की मिसाल दी, मुट्ठी में धूल ली और हवा में उछाल दी
ज़िन्दगी की राहों में.. ऐसा अक्सर होता है फैसला जो मुश्किल हो वो ही बेहतर होता है
सपने ऐसे देखो जैसे आप हमेशा जीवीत रहोंगे,
और ऐसे जिओ जैसे आप आज ही मरने वाले हो।
एक साँस सबके हिस्से से हर पल घट जाती है, कोई जी लेता है जिंदगी, किसी की कट जाती है।
ज़िन्दगी का फलसफा भी कितना अजीब है, शामें कटती नहीं, और साल गुज़रते चले जा रहे है
शुक्रिया ज़िन्दगी शायरी
शुक्रिया ज़िन्दगी…जीने का हुनर सिखा दिया, कैसे बदलते हैं लोग चंद कागज़ के टुकड़ो ने बता दिया, अपने परायों की पहचान को आसान बना दिया, शुक्रिया ऐ ज़िन्दगी जीने का हुनर सिखा दिया।
जिन्दगी एक किताब हैं जिनमे कोरे पन्नो का सैलाब हैं कोई भरता हैं इसे रंगीन शब्दों से कोई लिखता हैं इसे काले अक्षरों से
जिंदगी तू हर पल सिखाती हैं कभी डाट कर कभी प्यार से समझाती हैं गलती से सिखना ही असल जिन्दगी हैं वरना ये जिन्दगी काटों पर भी सुलाती हैं
नींद आना खत्म हो जाये जहाँ से। बस जिंदगी के सफर की शुरुआत, वहीं से होती है।
ऐ जिन्दगी एक नयी शुरुआत करते हैं तुझे कुछ और भी ख़ास करते हैं साथ अपनों का छुटा तो गम नहीं, प्यार जो मिला था वो तो कम नहीं, चलो खुशियों की मिठास भरते हैं
ये जिन्दगी एक नयी शुरुआत करते हैं
खुद को पढ़ते है, फिर छोड़ देते है। एक पन्ना जिंदगी का, हम रोज मोड़ देते है।
बहुत समय पहले की बात है , दो दोस्त बीहड़ इलाकों से होकर शहर जा रहे थे.. गर्मी बहुत अधिक होने के कारण वो बीच-बीच में रुकते और आराम करते उन्होंने अपने साथ खाने-पीने की भी कुछ चीजें रखी हुई थीं ।
जब दोपहर में उन्हें भूख लगी तो दोनों ने एक जगह बैठकर खाने का विचार किया…
खाना खाते–खाते दोनों में किसी बात को लेकर बहस छिड गयी. . और धीरे-धीरे बात इतनी बढ़ गयी कि एक दोस्त ने दूसरे को थप्पड़ मार दिया । पर थप्पड़ खाने के बाद भी दूसरा दोस्त चुप रहा और कोई विरोध नहीं किया. . .। बस उसने पेड़ की एक टहनी उठाई और उससे मिटटी पर लिख दिया,
“आज मेरे सबसे अच्छे दोस्त ने मुझे थप्पड़ मारा… ।” थोड़ी देर बाद उन्होंने पुनः यात्रा शुरू की मन मुटाव होने के कारण वो बिना एक-दूसरे से बात किये आगे बढ़ते जा रहे थे कि तभी थप्पड़ खाए दोस्त के चीखने की आवाज़ आई , वह गलती से दलदल में फँस गया था. . .। दूसरे दोस्त ने तेजी दिखाते हुए उसकी मदद की और उसे दलदल से निकाल दिया. . .। इस बार भी वह दोस्त कुछ नहीं बोला उसने बस एक नुकीला पत्थर उठाया और एक विशाल पेड़ के तने पर लिखने लगा,
”आज मेरे सबसे अच्छे दोस्त ने मेरी जान बचाई। ”
उसे ऐसा करते देख दूसरे मित्र से रहा नहीं गया और उसने पूछा , “ जब मैंने तुम्हे थप्पड़ मारा तो तुमने मिटटी पर लिखा और जब मैंने तुम्हारी जान बचाई तो तुम पेड़ के तने पर कुरेद -कुरेद कर लिख रहे हो, ऐसा क्यों ?”
दोस्त ने बहुत खूबसूरत जवाब दिया, ”जब कोई तकलीफ दे तो हमें उसे अन्दर तक नहीं बैठाना चाहिए ताकि क्षमा रुपी हवाएं इस मिटटी की तरह ही उस तकलीफ को हमारे जेहन से बहा ले जाएं , लेकिन जब कोई हमारे लिए कुछ अच्छा करे तो उसे इतनी गहराई से अपने मन में बसा लेना चाहिए कि वो कभी हमारे जेहन से मिट ना सके।
जिंदगी में बहुत बार ऐसा वक्त आयेगा, जब तुमको चाहने वाला ही तुमको रुलायेगा, मगर भरोसा रखना उस पर, अकेले में वो तुमसे ज्यादा आँसू बहायेगा।
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जिंदगी ने मेरे मर्ज़ का एक क़ारगरइलाज़ बताया ,, . वक्त को दवा कहा और ख्वाहिशों का परहेज बताया ..!!!!!
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एक बार अकबर ने बीरबल से पूछा -: “ऐसा कोई वाक्य बताओ जो ‘दुख’ मे बोला जाऐ तो ‘खुशी’ हो और ‘खुशी’ में बोला जाऐ तो ‘दुख’ हो….??? • • • बीरबल ने बहुत सुंदर सा जवाब दिया -: “ये वक्त गुजर जाऐगा..!!”